विनोद कुमार -वाराणसी वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में लगा यह पोस्टर देश की सियासती मानसिकता का हाल बया कर रहा है। देश की जनता इन राज नेताओं की सत्ता सियासत से परेशान है। पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर देश में सत्ता के लिए सियासत क्या जायज है? भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना तथा आम आदमी पार्टी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या कांगेस के नेता क्या कर रहे हैं ? देश की जनता देख रही है। ऐसा लगता है टारगेट पाक नही बल्कि यूपी और पंजाब के चुनाव हैं। उत्तर प्रदेश में मामला पोस्टरबाजी तक पहुंच गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगा यह पोस्टर हमारी आपसी फूट की कहानी कह रहा है।शिवसेना की तरफ से वाराणसी में पोस्टर लगाया गया है जिसमें आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते हुए उन्हें भगवान राम के रूप में दिखाया गया है और नवाज़ को रावण के रूप में दिखाया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को मेघनाथ के रूप में दिखाया गया है।बता दें कि केजरीवाल ने एक वीडियो जारी कर सर्जिकल स्ट्राइक के लिए मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें सैल्यूट किया था। साथ ही केजरीवाल ने मोदी से पाकिस्तान के दुष्प्रचार का करारा जवाब देने की गुजारिश भी की थी। राजनीतिक हलकों में इसे केजरीवाल का मोदी पर हमला समझा गया और मतलब निकाला गया कि अगर सर्जिकल स्ट्राइक हुई तो सबूत दिए जाएं। जबकि कांग्रेस नेताओं ने तो सीधे तौर पर सर्जिकल स्ट्राइक पर ही सवाल उठाते हुए सबूत देने की मांग की है। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सर्जिकल हमले को फर्जी बताते हुए सबूत दिखाने की मांग की जबकि पी. चिदंबरम ने भी इससे जुड़े सबूत दिखाने को कहा। वहीं वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी इस पर सवाल खड़े किए। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सेना पर पूरा भरोसा जताते हुए सरकार से सबूत सार्वजनिक करने की मांग की।
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