स्वतंत्र खत न्यूज़ नेटवर्क
उत्तप्रदेश विधानसभा का 2017 का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों में सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी अपनी सरगर्मी तेज कर दी है। जानकारों का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नेताओं ने भी विचार परिवार के संगठनों से राय-शुमारी तेज कर दी है। राजनैतिक सूत्रों की मानें तो यह सब कुछ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति का हिस्सा है। शाह ने चुनाव की दृष्टि से उत्तरप्रदेश को 90 जिलों में बांटा गया है। यह कयास लगाया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश में अमित शाह अपने कदम को फूंक-फूंक कर रखना चाहते है । जिससे बिहार जैसी स्थित निर्मित न हो। शाह उत्तरप्रदेश में ऐसी टीम तैयार करना चाहते हैं जो मिशन 2017 को फतह कर सके। सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) यूपी मिशन पर सक्रियता से काम पर डाटा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक राजनैतिक महौल की थाह लेने एवं प्रचार अभियान को सक्रीय रखने के लिए चुनाव तक यूपी में ही डेरा डाले रहेंगे।इसके अलावा विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) अपने स्तर से चुनावी माहौल बनाने में जुट गया है। धर्म रक्षा निधि अर्पण कार्यक्रम के बहाने ये हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों की राय के साथ -साथ चुनाव के समय इन्हें सक्रिय करने की योजनाओं को भी मूर्ति रूप देने की रणनीति पर तेजी काम चल रहा है।