रायपुर: शुक्रवार,28 अक्टूबर 2022 कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ की सरकार प्रदेश के संविदा और अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की तैयारी में है। वही राजस्थान की कांग्रेस सरकार प्रदेश के सभी संविदा और अनियमित कर्मचारियों को परमानेंट करने का ऐलान कर चुकी है। अब छत्तीसगढ़ में भी नियमितीकरण को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छत्तीसगढ़ इकाई ने अपने ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर यह जानकारी दी है की "पूरा करेंगे एक और वादा,अनियमित और संविदा कर्मियों को नियमित करने की तैयारियां शुरू।" बताया जा रहा है कि इसके लिए शासन स्तर पर तैयारी पूरी हो चुकी है,कुछ डेटा एवं विभागों से प्राप्त आंकड़ों का परीक्षण चल रहा है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से अभी कोई भी अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है।
आपको याद दिला दू कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के पहले कांग्रेस के नेताओं ने अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था। सरकार ने इस वादे को अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था, लेकिन सत्ताभोग करने के चार साल बाद भी संविदा कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया है। चूंकि अब सामने चुनाव है इसलिए कर्मचारियों को नियमित करने की सुगबुगाहट भी तेज हो गयी है, हालांकि इस पर अंतिम फैसला राज्य सरकार को लेना है।
वही छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ का कहना है कि राज्य में एक लाख से भी अधिक अनियमित कर्मचारी है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल नियमितीकरण का वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ है। जबकि राजस्थान की कांग्रेस सरकार प्रदेश के सभी संविदा और अनियमित कर्मचारियों को परमानेंट करने का ऐलान कर चुकी है। यहां सरकार में बैठें घोषणा वीरों ने चार साल सत्ताभोग में निकल दिए। चूंकि अब सामने चुनाव है इसलिए कर्मचारियों को नियमित करने की सुगबुगाहट भी चल ही रही है, अब देखना है सरकार नियमितीकरण का फैसला कब तक करती है ?