मुंबई: शनिवार,8 अक्टूबर 2022 असली शिवसेना कौन ? की लड़ाई के चलते चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न धनुष-बाण को फ्रीज कर दिया है। निर्वाचन आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट दोनों गुटों द्वारा पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी है। इसको लेकर चुनाव आयोग ने शनिवार रात को अंतरिम आदेश पारित किया। आयोग ने कहा कि अंधेरी ईस्ट के उपचुनाव में दोनों में से किसी भी गुट को धनुष-बाण निशान या पार्टी के नाम के इस्तेमाल की अनुमति नहीं होगी। वहीं, शिवसेना धड़े के एक नेता ने आयोग के इस कदम को अन्याय बताया है। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ठाकरे गुट ने कहा है की "बिना सुनवाई, बिना जांच के इन्होंने हमारे चुनाव चिह्न को फ्रीज कर दिया है। देश तानाशाही की तरफ जा रहा है। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हम बॉम्बे हाईकोर्ट जाएंगे। सोमवार तक का समय पार्टी के दोनों गुटों द्वारा नाम और चुनाव चिह्न पर दावा किए जाने की पृष्ठभूमि में एक अंतरिम आदेश जारी करके निर्वाचन आयोग ने दोनों से कहा है कि वे सोमवार तक अपनी-अपनी पार्टी के लिए तीन-तीन नये नाम और चुनाव चिन्ह सुझाएं।आयोग दोनों गुटों द्वारा सुझाए गए नामों और चुनाव चिह्नों में से उन्हें किसी एक का उपयोग करने की अनुमति देगा। दोनों गुट हैं आमने-सामनेगौरतलब है कि शिवसेना में दो-फाड़ होने के बाद से ही एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट के बीच पार्टी के नाम और चुनाव निशान को लेकर लड़ाई चल रही है। शिंदे गुट का कहना है वह असली शिवसेना हैं। वहीं ठाकरे गुट कहता है कि एकनाथ शिंदे तो पार्टी छोड़कर ही जा चुके हैं। ऐसे में वह पार्टी के नाम ओर चुनाव निशान को लेकर कैसे दावा कर सकते हैं।
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